प्रशासन ने बडखोलू पुल के संबंध में ग्रामीणों से की वार्ता
सतपुली । बडखोलू मोटर पुल को लेकर प्रशासन और ग्रामीणों ने मंगलवार को पंचायत घर में बैठक कर वार्ता की । जिसमें मोटर पुल निर्माण किये जाने को लेकर सरकार तक वार्ता करवाने और लिखित में आश्वासन मिलने पर 22 अक्टूबर को प्रस्तावित धरना प्रदर्शन व चक्का जाम को स्थगित किया गया । वार्ता में सतपुली उपजिलाधिकारी संदीप कुमार और केएस रावत एक्शन वर्ल्ड बैंक डिविजन पौड़ी ने ग्रामीणों संग बडखोलू में मोटर पुल बनाए जाने को लेकर पंचायत घर में बैठक कर वार्ता की । बैठक में ग्रामीणों ने 2010 में जर्जर हो चुके झुलापुल और 2013 में मोटर पुल स्वीकृत होने के बावजूद भी मोटर पुल न बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया । सभी ग्रामीणों ने एक मत होकर मोटर पुल निर्माण शीघ्र करवाएं जाने को लेकर अपनी बात रखी ।
वहीं सतपुली उपजिलाधिकारी संदीप कुमार ने ग्रामीणों को चक्काजाम व धरना प्रदर्शन न किए जाने को काफी मनाया और ग्रामीणों को सड़क पर चक्का जाम व धरना प्रदर्शन न करने की सलाह दी । जबकि देहरादून से पहुचे केएस रावत एक्शन वर्ल्ड बैंक डिविजन पौड़ी ने ग्रामीणों को मोटर पुल निर्माण के संबध में सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी और अपने स्तर से सभी कार्य पूर्ण होने को लेकर बात कही तथा वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद ही मोटर पुल निर्माण प्रक्रिया शुरू किए जाने का आश्वासन दिया । जिस पर ग्रामीणों ने लिखित में दिए जाने और प्रतिनिधि मंडल को सम्बंधित विभागीय अधिकारियों और सरकार से वार्ता करवाएं जाने को लेकर बात कही । जिस पर केएस रावत एक्शन वर्ल्ड बैंक डिविजन पौड़ी ने मोटर पुल निर्माण की कार्यवाही को शुरू करवाएं जाने को लेकर लिखित में तीन माह का समय दिया तथा साथ ही प्रतिनिधि मंडल को सम्बंधित विभागीय अधिकारियों और सरकार से वार्ता करवाएं जाने को लेकर कहा । जिस पर उपजिलाधिकारी सतपुली संदीप कुमार ने भी हामी भरी और लिखित पत्र में हस्ताक्षर कर लोगों को आश्वासन दिया । तब जाकर ग्रामीणों ने 22 अक्टूबर को चक्का जाम व धरना प्रदर्शन ख़त्म किये जाने को लेकर सहमति दी ।
बैठक में सुधा डोभाल तहसीलदार सतपुली, उपनिरीक्षक सतपुली विनोद सिंह, राजस्व उपनिरीक्षक इस्माइल खान, वरुण कुमार वर्मा जेई व रणवीर सिंह ग्राम प्रधान बडखोलू, राज्य आन्दोलनकारी महिपाल सिंह, संजय डबराल जिला पंचायत सदस्य, हरेंद्र सिंह(जजू), जगबहादुर सिंह, मेहरबान मियां, हरेंद्र सिंह, सुमन प्रकाश नेगी, जंगवीर सिंह बिष्ट, शशिधर प्रसाद, चैतराम, विजय सिंह, बलबीर सिंह, उमेश सिंह, मालदास, गंगा सिंह, चतर सिंह, सतेंद्र प्रसाद, शकुन्तला देवी, विदु देवी, सतेश्वरी देवी, जीवनी देवी, कुंवारी देवी, हंसा देवी, रेखा देवी, संगीता देवी, पिंकी देवी, प्रताप सिंह, सतेन्द्र सिंह सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहें ।