गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों के बलिदान दिवस 26 दिसंबर “बाल वीर दिवस” को प्रदेश भर में आयोजित होगी निबंध प्रतियोगिता

@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (12 दिसम्बर 2022)

देहरादून। गुरु गोविन्द सिंह के छोटे पुत्रों जोरावर सिंह 9 वर्ष और फतेह सिंह 6 वर्ष ने अपनी छोटी सी उम्र में ही 26 दिसंबर 1705 में सिख पंथ के गौरव की रक्षा के लिऐ अपने प्राणों को न्यौछावर करके भारत के इतिहास में सर्वोच्च बलिदान दिया था। उनकी वीरता एवं दिये गये सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाऐ जाने की घोषणा प्रधानमंत्री ने की थी।


गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा उत्तराखंड सरकार एवं शिक्षा विभाग को पत्र के माध्यम से एक निवंध प्रतियोगिता आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था जो कि सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। प्रदेश के विद्यालयों मैं यहां निबंध प्रतियोगिता तीन स्तरों पर की जाएगी। प्रथम स्तर पर विकासखंड में, द्वितीय स्तर पर जनपद में तथा तृतीय स्तर पर राज्य में यह प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में सर्व श्रेष्ठ आने वाले प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के विजेता छात्रों को गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा।


निवंध प्रतियोगिता आयोजित करवाने हेतु शिक्षा विभाग द्वारा प्रतियोगिता से संबंधित सभी दिशा-निर्देश राज्य के विद्यालयों व शैक्षणिक संस्थाओं को प्रेषित किये जा रहे हैं।
आयोजकों ने कहा कि अन्य प्रदेशों की सरकार व शिक्षा विभाग को भी इस प्रकार के कदम उठाने चाहिऐ। जिससे की सम्पूर्ण भारत के विद्यार्थियों को भारतीय इतिहास की जानकारी प्राप्त हो सके एवं भविष्य की आने वाली पीढ़ी भी इतिहास से जुड़ी रहे। सरकार द्वारा उठाऐ गये कदम का हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के प्रवंध कमेटी के सेवा सिंह व उनके उपाध्यक्ष नरेन्द्र जीत सिंह विन्द्रा ने धन्यवाद कर आभार जताया है।

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