देव पुजाई समिति ने हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण कार्य को बंद करने की CM से की मांग

@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (13 फरवरी 2023)

जोशीमठ। स्थानीय देव पुजाई समिति जोशीमठ ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर हेलंग- मारवाड़ी बाईपास निर्माण को स्थाई रूप से बन्द किए जाने की मांग की है।

ज्ञापन में कहा गया है कि स्थानीय लोगों व ग्राम देवताओं का स्पष्ट मत एवं विश्वास है कि जब जब जोशीमठ की तलहटी से बाईपास निर्माण कार्य की शुरुआत हुई तब तब जोशीमठ को आपदा का दंश झेलना पड़ा है, जोशीमठ की वर्तमान भू धंसाव आपदा को भी इसी दृष्टि से देखा जा रहा है।

हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण शुरू होते ही जोशीमठ मे भू धंसाव भी शुरू हुआ जिसने भीषण आपदा का रूप ले लिया।

ज्ञापन में कहा गया कि भगवान बद्रीविशाल के प्रथम दर्शन भगवान नरसिंह मंदिर से ही होते हैं,और भगवान नरसिंह के दर्शनों के पश्चयात ही भगवान बद्रीनाथ की यात्रा पूर्ण मानी जाती है,जिसका उल्लेख शास्त्रों मे भी वर्णित है।

मुख्यमंत्री को भेजे गए इस ज्ञापन मे यह भी कहा गया है कि आद्य शंकराचार्य भगवान ने आठवीं सदी मे भगवान बद्रीनाथ के मंदिर के साथ ही भगवान नरसिंह के मंदिर की भी स्थापना की थी,और अनादिकाल से ही शंकराचार्य भगवान की प्राचीन गद्दी एवं विष्णु वाहन गरुड़ मुख्य पुजारी श्री रावल की अगुवाई मे नरसिंह मंदिर से ही प्रस्थान करते है।

ज्ञापन में कहा है कि जोशीमठ नगर भारत-चीन सीमा से सटा देश का पहला नगर है जहां भगवान बद्रीनाथ यात्रा के कारण पलायन नहीं हुआ है, और यदि बाईपास निर्माण होता है तो भारत चीन सीमा के इस नगर को भी पलायन के लिए विवश होना पड़ेगा।

ज्ञापन मे जन भावनाओं व प्राचीन सनातन परंपराओं को जीवित रखते हुए हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण को तत्काल बन्द करने की मांग की है।

ज्ञापन पर देवपुजाई समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नंबूरी,उपाध्यक्ष राजेश भट्ट, कोषाध्यक्ष बिशम्बर कवाणं, बद्रीनाथ के निवर्तमान धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल,पूर्व पालिकाध्यक्ष माधवी सती,सरजीत राणा,सभासद गौरव नंबूरी,प्रकाश नेगी,रोहित परमार,दीपक साह,अरुण कुमार साह व कांति प्रसाद आदि के हस्ताक्षर हैं।

About Author

Share