चमोली : सड़क की मांग को लेकर डुमुक के ग्रामीणों का आंदोलन जारी…..
@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (01 दिसम्बर 2024)
चमोली। जनपद के डुमक गांव की बहुप्रतीक्षित सड़क की मांग को लेकर 11 दिनों से ग्रामीणों का आमरण अनशन जारी है। बता दें कि कई वर्षों से ग्रामीण सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की मांग कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीणों की सड़क की मांग आज तक पूरी नही हो पाई है। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क को अधिकारियों ने तो कागजों में पूरा दिखा दिया लेकिन अभी तक 9 किलोमीटर सड़क नही बन पाई है।
वहीं सड़क की मांग को लेकर ग्रामीण जिला मुख्यालय गोपेश्वर में कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि जिला उनके गांव तक जल्द सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाय। प्रतिदिन बड़ी संख्या में स्थानीय जनता आंदोलन को समर्थन देने धरना स्थल (शहीद स्मारक) पहुंच रहे हैं।
वहीं आंदोलन को अपना समर्थन देने पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी व निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी भी धरना स्थल पहुंचे। इस दौरान राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि हर हाल में सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ सड़क डुमुक तक बननी चाहिए,कहा कि हम इस आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हैं कहा कि ग्रामीणों की यह न्यायोचित मांग है, राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि इस क्षेत्र के बारे में मुझे पूर्व से भी जानकारी है और मैं हर समय इस सड़क के निर्माण के लिए प्रयासरत रहा हूं,किंतु विभागीय लापरवाही के कारण आजतक सड़क का निर्माण नही हो पाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के सम्मुख इस मांग को उठाने का ग्रामीणों को आश्वाशन भी दिया।
वहीं महाकाल संत भी इस धरना स्थल पर डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह सड़क सनातन के विकास के लिए है, सनातन धर्म का प्रचार डुमक गांव तक सड़क न बनने से रुद्रनाथ की यात्रा अधूरी है। कहा कि सड़क जरूर बननी चाहिए, लोग अपने अधिकारों के लड़ रहे हैं.हमारा भी कर्तव्य है कि हम उनके साथ दें,कहा कि ग्रामीणों के द्वारा 111 दिन तक अपने गांव में भी धरना दिया गया,लेकिन किसी ने भी ग्रामीणों की फरियाद नही सुनी।इसलिए मजबूरन ग्रामीण जिला मुख्यालय पर पहुंचे हैं। व यहां पर आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ा है।कहा कि आंदोलन को बड़ा समर्थन मिल रहा है।
राजेंद्र सिंह भंडारी ग्राम विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने बताया कि हम लोग व्यापक रूप से फिर आंदोलन की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।कहा कि राज्य सरकार हमारी बात नहीं मानती है तो बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी और हम लोग बलिदान देने के लिए भी तैयार हैं।इस दौरान बड़ी संख्या में महिला मंगल दल व युवक मंगल दल बड़ी संख्या में आंदोलन को समर्थन देने धरना स्थल पहुंच रहे हैं।