भारत में ओमिक्रोन के नए वेरिएंट ने बढ़ाई टेंशन

@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (22 दिसम्बर 2022)

उत्तराखंड। Covid-19 scare: चीन में तेजी से कोरोना के बढ़ते मामलों ने पूरी दुनिया की चिंता को बढ़ा दी है। अभी भारत में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन ओमिक्रोन के नए वेरिएंट BF.7 ने की एंट्री ने टेंशन बढ़ा दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अभी तक चीन में कहर बरपा रहें । ओमिक्रोन के सब वेरिएंट BF.7 के 4 मामले भारत में सामने आए हैं, जो गुजरात से 2 और ओडिशा से 1 मामले सामने आए हैं। गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने बताया है कि अक्टूबर में भारत में BF.7 का पहला मामला सामने आया था। बताया गया है कि चारो BF.7 वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए हैं।

वहीं आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। भारत हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमने सभी को सतर्क रहने और निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है।

डब्ल्यूएचओ (WHO) के आपातकालीन निदेशक माइक रेयान (Mike Ryan)ने कहा है, चीन में आईसीयू में मामलों की अपेक्षाकृत कम संख्या की सूचना दी गई है, लेकिन अजीब तरह से आईसीयू भर रहे हैं। मैं यह नहीं कहना चाहूंगा कि चीन सक्रिय रूप से हमें नहीं बता रहा है कि क्या हो रहा है। मुझे लगता है कि वे महामारी से लड़ने के उन तौर—तरीकों में पीछे रह गए हैं, जिन पर दुनिया चल रही है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वह अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु जैसे महत्वपूर्ण कारकों के बारे में डेटा एकत्र करने के तरीके में सुधार के लिए चीन के साथ काम करने के लिए तैयार है।

चीन में अचानक कोरोना मामलों में सामने आई उछाल से लोग अस्पताल बेड और ब्लड के लिए जूझ रहे हैं। दवाओं की भारी कमी है। चिकित्सक खुद कोरोना संक्रमित हो गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले साल चीन में कोविड से दस लाख से अधिक मौतें हो सकती हैं। चीन ने अपने बढ़ते प्रकोप में कोई नई कोविड मौत की सूचना नहीं दी, लेकिन एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार उसने बीजिंग के टोंगझोउ जिले में एक श्मशान के बाहर लगभग 40 शवों को कतार में देखा। यह सत्यापित करना संभव नहीं था कि मौतें कोविड के कारण हुई हैं या नहीं। चीनी राजधानी में अन्य निवासियों को कथित तौर पर रिश्तेदारों के दाह संस्कार के लिए कई दिनों तक प्रतीक्षा करनी होती है, जब तक कि वे भारी शुल्क का भुगतान नहीं करते हैं। इससे संक्रमण बढ़ रहा है और यह भी बढ़ती मौतों की वजह है।

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