नर्सों की भयंकर कमी से जूझता बेस चिकित्सालय कोटद्वार
कोटद्वार (गौरव गोदियाल)। राजकीय मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी होने के साथ अब नर्स स्टाफ भी लगातार कम होते जा रहे है। जिस कारण नर्सिंग स्टाफ में भी लगातार कमी होने के चलते वार्डों से लेकर अन्य कार्य में दिक्कतें होने लगी है।नर्स स्टाफ का कहना है कि सुबह के समय दो या तीन नर्स रहती है पर शाम व रात्रि ड्यूटी में एक ही नर्सिंग स्टाफ को तीन वार्ड देखने पड़ रहे हैं । आईपीएचएस मानकों के तहत 70 स्टाफ नर्स के सापेक्ष अब मात्र 18 नर्स का स्टाफ ही कार्यरत है। वहीं वरिष्ठ स्टाफ नर्सिंग आफिसर के 7 पद हैं जिसमें सभी पदों पर नर्सिंग स्टाफ कार्यरत हैं । सहायक नर्सिंग स्टाफ के 2 पद हैं जिस पर 1 पद रिक्त हैं ।
बेस अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ के लगभग 60 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं। जिस कारण बेस अस्पताल के बाल रोग, गायनी, हड्डी रोग, सर्जरी, मेडिसन, इमरजेंसी, ओटी सहित अन्य विभागों के वार्डों में नर्सिंग स्टाफ की कमी होने से दिक्कतें उठानी पड़ रही है। इसके साथ ही सीटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन की कमी से बेस अस्पताल प्रशासन को दिक्कतें उठानी पड़ी रही है। शनिवार को डेंगू वार्ड व मेडिसन वार्ड में डाक्टर साहब ठीक प्रातः आठ बजे राउंड लगाकर चले गए थे किंतु नर्सों की कमी के कारण मरीजों का इलाज लगभग दोपहर एक बजे प्रारंभ हो सका । जब इस संबंध में बेस चिकित्सालय के पीएमएस से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की कमी के कारण दिक्कतें हो रही हैं। इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है। फिर भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रोगियों को हरसंभव सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है।