राजमार्ग विरोध संघर्ष समिति ने अपर जिलाधिकारी के नही पहुंचने पर जताया विरोध
कोटद्वार। नगर निगम के अंतर्गत सनेह पट्टी की राजमार्ग विरोध संघर्ष समिति के बैनर तले बाइपास प्रभावित ग्रामीणों ने रैली निकाली। रैली हिंदू पंचायती धर्मशाला से आरंभ होकर तहसील पहुंची। तहसील पहुंचकर रैली जनसभा में तब्दील हो गई। इस दौरान लोगों ने बाईपास प्रभावितों का पक्ष सुनने के लिए अपर जिलाधिकारी के निर्धारित समय पर तहसील न पहुंचने पर रोष व्यक्त किया।वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में एनएच 519 पहले से ही अस्तित्व में है। एनएच को कौड़िया से सिद्धबली तक चौड़ा किया जाना चाहिए लेकिन क्षेत्रीय शासन-प्रशासन ने जान बूझकर गांवों को उजाड़ कर बाईपास बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेज दिया, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कहा कि उन्हें लालपानी, नाथूपुर, बिशनपुर, रतनपुर और ग्रास्टनगंज आदि गांवों को उजाड़ कर विकास नहीं चाहिए। इससे पहले भी कौड़िया से बालासौड़ होते हुए लालपुर-घराट तक बाई पास बनाने के लिए भी नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जिसे स्थानीय जनता के विरोध के कारण वापस लेना पड़ा था। चेतावनी दी कि बाईपास का हर हाल में विरोध किया जायेगा।
वहीं ग्रामीणों ने बाइपास के संबध में उनका पक्ष सुनने के लिए अधिकृत अधिकारी अपर जिलाधिकारी के समय पर तहसील न पहुंचने पर रोष व्यक्त किया। ग्रामीणों ने कहा कि अपरजिलाधिकारी की ओर से उनका पक्ष सुनने के लिए शनिवार दोपहर का समय दिया गया था। लेकिन उनके न पहुंचने से ग्रामीणों को मायूस होकर वापस जाना पड़ रहा है। इस दौरान समिति अध्यक्ष आशीष रावत, भजन सिंह, महिंद्रपाल सिंह, कुलदीप रावत, धीरज सिंह, सतेंद्र सिंह, अर्जुन सिंह, चंद्रमोहन नेगी, राजेंद्र कुमार, त्रिलोचन सिंह और महावीर सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।