लोक साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के तत्वाधान में मातृ पितृ विहीन छात्र मिलन समारोह में आर्थिक सहायता प्रदान की गयी

@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (16 दिसम्बर 2022)

कोटद्वार। उत्तराखंड लोक साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के तत्वाधान में मात्र.पितृ विहीन छात्र.छात्राओं का मिलन समारोह ईब्ज ग्यस्ट हाउस सभागार में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ले. कर्नल बी.बी.ध्यानी सेनि. मुख्यअतिथि इं. मनमोहन थपलियाल, विशिष्ठ अतिथि प्रकाश कोठारी, हरिप्रसाद उनियाल, श्रीमती रेणुका गुंसाई एवं नीमचंद जैन, प्रसिद्ध समाजसेवी द्वारा संयुक्त रुप से कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। उक्त कार्यक्रम के दौरान दुगड्डा ब्लॉक, द्वारीखाल ब्लॉक, रिखणीखाल ब्लॉक एवं जयहरीखाल ब्लॉक के 58 छात्र.छात्राओं को 3000. रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। मुख्य अतिथि मनमोहन थपलियाल ने कहा कि संस्था, जरूरतमंदों की सहायता कर रही है जो कि समाज एवं सरकार को एक आईना दिखा रही है।

समाज को ऐसे जरुरतमंदों की मदद हेतु सदैव तत्पर रहना चाहिए, ताकि शोषित वंचित लोगों को भी समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। बतौर विशिष्ठ अतिथि प्रकाश कोठारी, हरिप्रसाद उनियाल, श्रीमती रेणुका गुसाई एवं नीमचन्द्र जैन ने अपने.अपने उ‌द्बोधन में कहा कि संस्था समाजहित में जो भी जनसरोकारों के तहत अन्तिम पायदान पर खड़े मानवसेवा के कार्यों का बखूबी निर्वहन कर रही है। संस्था के सभी पदाधिकारियों एवं समस्त सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया।
संस्था अध्यक्ष प्रसिद्ध समाजसेवी सत्य प्रकाश थपलियाल ने सभी आगुन्तकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मानव सेवा ईश्वर की सच्ची पूजा है। सेवा एक ऐसा कार्य है जिसे नहीं खरीदा जा सकता। वरिष्ठ उपाध्यक्ष कै० पी० एल० खंतवाल सेनिण् ने अपने उद्द्बोधन में कहा कि व्यक्ति के साथ.साथ समाज के भी पारस्पारिक दायित्व और जब तक इन दायित्वों पर जोर नहीं दिया जाता, समाजहित का कल्याण करना है। इस बात पर बल दिया कि जरूरतमंदों के हितार्थ समाज के बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा तथा सभी के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। संस्था सचिव ने विगत वर्षों की गतिविधियों की उपस्थित जनों को विस्तार से प्रस्तुति
तथा कार्यक्रम का सफल संचालन अजयपाल सिंह रावत ने किया। कार्यक्रम अध्यक्ष ले. कर्नल बुद्धि बल्लभ ध्यानी ने कहा कि समाज में ऐसी संस्थायें हैं जो इन मातृ.विहीन का सहारा बने हैं जो प्रेरणा स्रोत व सराहनीय कदम है तथा उनको समाज की मुख्यधारा में लाने हेतु तन मन धन से सेवा कर रहे हैं, मैं संस्था की भूरी.भूरी प्रसंशा करता हूं।
इस अवसर पर रिपुदमन सिंह बिष्ट, विनोद नेगी, जनार्दन बुडाकोटी, महेन्द्र कुमार अग्रवाल, जनार्दन ध्यानी, जयवीर सिंह रावत, एस.एस. बिष्टए सुरेंद्र लाल आर्य, सी० पी० नैथानी, इं, योगम्बर सिंह रावत, बिजेंद्र नेगी, रमाकांत कुकरेती, प्रोफेसर नंदकिशोर ढौंडियाल, सुभाष पांथरी, सुनील रावत, अनिल बहुगुणा, कुलदीप अग्रवाल, प्रवेश नवानी आदि मौजूद थे।

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