उत्तरकाशी : डीएम अभिषेक रुहेला ने ली कृषि, उद्यान, रेशम और मत्स्य विभाग के कार्यक्रम एवं योजनाओं के लिए प्रगति बैठक, कहा कृषि आजीविका की रीढ़
उत्तरकाशी (कीर्ति निधि सजवाण): जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने गुरुवार को कृषि, उद्यान, रेशम और मत्स्य विभाग के कार्यक्रम एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि आजीविका की रीढ़ है इसलिए सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर किसानों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कृषि एवं बागवानी के अलावा स्वरोजगार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। जिलाधिकारी ने नकदी फसलों, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, हर्बल प्लांट और सेरी कल्चर को भी बढ़ावा देने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में लेवेंडर हर्बल प्लांट के जरिये किसानों की आर्थिकी मजबूत की जा सकती है, इस हेतु बेहतर कार्य योजना तैयार की जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि बागवानी व पशुपालन के अलावा लेवेंडर हर्बल प्लांट के माध्यम से किसानों को रोजगार से जोड़ा जाए। ताकि किसानों की आजीविका का संवर्धन हो सकें। जिलाधिकारी ने मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में लेवेंडर हर्बल प्लांट को लेकर ठोस कार्ययोजना तैयार की जाय। जंगली जानवरों से किसानों की फसल की सुरक्षा के लिए घेरबाड़ का कार्य क्लस्टर के आधार पर किया जाय, इस हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने किसानों को खेती के उपयोग में लाए जाने वाले कृषि यंत्र आदि उपलब्ध कराते समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जरूर आमंत्रित करने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दिए। जिन योजनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, उनकी सफलता की फ़ोटो एवं बीडीओ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उद्यान विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने राजकीय उद्यानों को मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने रेशम और मत्स्य विभाग की योजनाओं की भी समीक्षा की। बैठक में मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. रजनीश सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।