उत्तराखंड की संस्कृति, संस्कार और धरोहर को बचाने के लिए हम सब को मिलकर करना चाहिए काम – विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी
चमोली : विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने मेहलचौरी (गैरसैंण) में आयोजित चार दिवसीय लोक सांस्कृतिक एवं कृषि विकास मेले के तीसरे दिन मुख्य अतिथि के तौर पर मेले में शिरकत की। विधानसभा अध्यक्ष के मेहलचौरी पहुॅचने पर मेला समिति ने पारंपरिक बाध्य यत्रों एवं फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया। मेले में जनसभा को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, जो हमारी परंपराओं को आगे बढाने का काम करते है। उत्तराखंड की संस्कृति, संस्कार और धरोहर को बचाने के लिए हम सब को मिलकर काम करना चाहिए। मेहलचौरी में कृषि एवं सांस्कृतिक मेले के भव्य एवं सफल आयोजन के लिए उन्होंने मेला समिति एवं क्षेत्रवासियों को बधाई दी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में कृषि के विकास के लिए निरतंर अच्छा काम हो रहा है। अब समय आ गया है कि हम टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कृषि को मॉडल के रूप में अपनाए। कैश क्रॉप के माध्यम से किसानों को अच्छा फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में भी सरकार निरतंर अच्छा काम कर रही है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विकास के लिए हमारी सरकार ने जो अभूतपूर्व कार्य किए गए है, उसे आगे गति प्रदान की जाएगी। जनभावनाओं के अनुरूप गैरसैंण का स्थाई विकास किया जा रहा है। स्कूली छात्र-छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम से प्रभावित होकर विधानसभा अध्यक्ष ने बच्चों को भी बधाई दी। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने रस्सा कस्सी प्रतियोगिता का उद्घाटन भी किया। मेला समिति ने विधानसभा अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह, पहाडी उत्पादों की टोकरी व अंगवस्त्र भेंट कर उनका अभार व्यक्त किया। इस दौरान कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, ब्लाक प्रमुख शशि फर्सवाण, मेला अध्यक्ष सुरेश बिष्ट, गढ रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी आदि सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व बडी संख्या में मेलार्थी मौजूद रहे।