उत्तरकाशी : द्रौपदी का डांडा के पास एवलांच में फंसे 09 पर्वतारोहीयों के शव बरामद, तलाश जारी
उत्तरकाशी (कीर्ति निधि सजवाण): उत्तराखंड के उत्तरकाशी के ग्लेशियर में दरार बन जाने से प्रशिक्षण कर रहे कई जवान चपेट में आ गए। प्रशिक्षण के दौरान द्रौपदी का डांडा के पास एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए। जिनमें से 9 के शव राहत दल ने निकाल लिए हैं, जबकि अभी भी 20 क्रेवास में फंसे हुए है। रेस्क्यू अभियान तेज कर दिए हैं। हादसे पर केंद्रीय और राज्य सरकार नजर बनाए हुए हैं। नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
निम का प्रशिक्षण उत्तरकाशी के दल द्रौपदी का डांडा में एवलांच की चपेट में आने से नौ प्रशिक्षणार्थियों की मौत हो गई है, जबकि 20 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास (ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरार) अभी फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए निम की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था। लेकिन क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने के कारण रेस्क्यू आपरेशन को रोक दिया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी। जिस पर राजनाथ सिंह ने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवास में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। घटनास्थल पर निम के पास दो सैटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है।
डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एयरफोर्स से शासन ने संपर्क किया है। तीन हेलीकॉप्टर पूरे क्षेत्र की रेकी करेंगे। एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि सहस्त्रधारा हेलीपैड से एसडीआरएफ की पांच टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं। तीन टीमों को रिजर्व में रखा गया है। जरूरत पड़ने पर इन टीमों को भी रवाना किया जाएगा। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवांस में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। घटना स्थल पर निम के पास दो सेटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरन्त समन्वय किया जा रहा है।
सीएम ने रक्षा मंत्री से मांगी मदद
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट पर जानकारी दी कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस मामले में बात की है। उन्होंने लिखा कि रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने के लिए अनुरोध किया गया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है।