देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत आयोजित 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन….

@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (15 अप्रैल 2024)

कर्णप्रयाग। देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत महाविद्यालय नंदासैण में आयोजित 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्राचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि इससे उनके कौंशल विकास में बृद्धि होगी और स्टार्टप से नया उद्यम स्थापित करने में सहायता मिलेगी। स्थानीय संसाधनों का नई तकनीक और नया आइडिया के साथ बेहतर उपयोग और प्रबंधन कर स्वरोजगार के साथ अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं। डॉ यशवंत पंवार ने कहा कि स्थानीय कला और संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन कर भी इसको भी स्वरोजगार से जोड़ सकते हैं। नोडल अधिकारी डॉ नीटू दत्त नौटियाल ने छात्रों से कहा कि प्रशिक्षण के बाद उनकी परियोजना रिपोर्ट समिट की जाएगी। उद्यम शुरू करने के लिये सरकारी सहायत मिलेगी।

उन्होंने कहा कि उद्यमिता का प्राथमिक उद्देश्य बेहतर वित्तीय स्थिरता का निर्माण करना है। इससे देश को आर्थिक उन्नति का लाभ भी मिलता है। उद्यमी को उद्यमिता के लाभ कौशल-सेट प्राप्त करना, वित्तीय स्वतंत्रता और प्रभावशाली लोगों के साथ नेटवर्किंग करना है।उद्यमिता का प्राथमिक उद्देश्य बेहतर वित्तीय स्थिरता का निर्माण करना है। इससे देश को आर्थिक उन्नति का लाभ भी मिलता है। प्रतिभागियों का एमएसएमई में पंजीकरण किया गया। कार्यक्रम समन्वयक रमेश जोशी ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से नया स्टार्टअप शुरू कर प्रशिक्षाणार्थी आत्मनिर्भर बन सकेंगे। इस अवसर पर डॉ पूनम, डॉ ऋतु सिंह,डॉ सुबोध भंडारी, ललित कुमार आदि उपस्थित थे।

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