विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने किया जनपदीय विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ
कोटद्वार । समग्र शिक्षा अभियान एवं एससीईआरटी के संयुक्त तत्वावधन में आयोजित जनपदीय विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने दीप प्रज्वलित कर किया । इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने छात्र-छात्राओं के बनाये गए विज्ञान एवं गणितीय मॉडल का निरीक्षण करते हुए बच्चों से जानकारी ली एवं उनका उत्साहवर्धन किया । आदर्श विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार के परिसर में आयोजित जनपदीय विज्ञान महोत्सव के अंतर्गत विज्ञान ड्रामा, विज्ञान मेला और विज्ञान प्रदर्शनी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने नाटकों व पोस्टरों के माध्यम से प्रस्तुतियां देकर अपने हुनर का शानदार प्रदर्शन किया । इस एक दिवसीय महोत्सव के दौरान जनपद पौड़ी के 15 विकासखंडो के 800 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया । विज्ञान प्रतियोगिता का खास मकसद बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना रहा ।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है जिसमें प्रत्येक दिन नवाचार हो रहे हैं। आज के युग में यदि हमें आगे बढ़ना है तो नए – नए नवाचारों को एवं अविष्कारों को करना होगा जो कि विज्ञान से ही संभव है। आज घर हो अथवा बाहर प्रत्येक वस्तु जिसका हम प्रयोग कर रहे हैं विज्ञान की तकनीकी पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हो रही प्रगति के बल पर दुनिया में अग्रणी देश बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि विज्ञान भारत की संस्कृति में है, हरित क्रांति से लेकर अंतरिक्ष कार्यक्रम तक सब विज्ञान की ही देन है ।
कहा कि उत्तराखंड के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है जरूरत है तो सिर्फ इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने की । उत्तराखंड के छात्र छात्राओं ने विज्ञान के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपना नाम अंकित किया है । इस अवसर पर जिला विज्ञान समन्वयक दौलत सिंह गुसाई, खंड शिक्षा अधिकारी अयाजुद्दीन, मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ आनंद भारद्वाज, प्रधानाचार्य जगमोहन रावत, पीटीए अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल, प्रधानाचार्य रविंद्र रावत, गरिमा व्यास, जितेंद्र नेगी, संदीप बिष्ट, परितोष रावत, महेंद्र राणा, नरेंद्र रावत, महेंद्र रौतेला, नवीन असवाल, राकेश चंद्र पोखरियाल, मुकेश रावत, रश्मि रावत, पूनम पांथरी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे ।