कलमकारों ने खोला मोर्चा, मुख्यालय मद अधिकारियों की जल्द हो तैनाती

@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (13 दिसम्बर 2022)

गैरसैंण। प्रदेश के ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैण में अधिकारियों की तैनाती को लेकर गैरसैण प्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप प्रेस प्रतिनिधियों में तहसील परिषर के गेट पर 3 घंटे का दैनिक उपवास शुरू कर दिया है। संगठन अध्यक्ष डॉ अवतार सिंह नेगी के अनुसार एक सप्ताह पश्चात उपवास अनशन में तब्दील कर दिया जाएगा जो मांगो पर उचित कार्यवाही किये जाने के बाद ही समाप्त होगा।

बताते चलें कि गैरसैण को प्रदेश सरकार द्वारा सूबे का समर कैपिटल घोषित किया गया व भराड़ीसैंण विधानसभा परिषर गैरसैंण में सचिव स्तरीय अधिकारी की तैनाती किये जाने की बात कही गई थी, किंतु आलम यह है कि गैरसैंण तहसील मुख्यालय में स्थित किसी भी विभाग में जिम्मेदाए अधिकारियों की नियुक्ति नहीं कि गई है, जब कि कुछ विभागों में तैनाद अधिकारियों को भी यहां से रुखसत कर दिया गया है। हालात यह हैं कि एसडीएम की नियुक्ति है किंतु किसी को पता नहीं है की गैरसैंण में उपजिलाधिकारी है या नहीं। तहसील में तहसीलदार नहीं है, ब्लॉक में बीडीओ नहीं है, खण्ड शिक्षा कार्यालय में शिक्षा अधिकरी नहीं है, जल निगम व संस्थान में अभियंता नहीं है व राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, जीआइसी व कन्या इंटर कालेज सहित मुख्यालय के तमाम स्कूलां में प्रधानाचार्य के पद रिक्त हैं।

उक्त बिंदुओं को लेकर गैरसैण प्रेस प्रतिनिधियों ने 10 नवम्बर को तहसील में सांकेतिक धरना देते हुए तहसील के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांगपत्र प्रेषित कर एक माह में अधिकारियों की तैनादी कि अपेक्षा ब्यक्त की थी किंतु समय अवधि समाप्त होने के बाबजूद इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसको लेकर प्रेस प्रतिनिधियो ने आंदोलन सुरु कर दिया है। उपवास पर बैठने वाले मीडिया कर्मियों में डॉ अवतार सिंह नेगी, जोध सिंह रावत, महेश जुयाल, पुष्कर रावत कोलखी, प्रेम संगेला सामिल रहे। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा सिंह पंवार, जिला पंचायत सदस्य बलबीर रावत, पूर्व जिला पंचायत सदस्य हीरा सिंह फनियाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य बीरेंद्र आर्य, सभाषद नगर पंचायत कुंवर सिंह रावत, सभाषद राजेन्द्र शाह, मोहन राम टम्टा, सोबन सिंह, देवेंद्र बिष्ट, दीपक रावत व बार संघ के उपाध्यक्ष नवल किशोर, नवीन प्रकाश, पृथ्वी सिंह नेगी व एम एन देवली समर्थन देने पहुंचे।

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