राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज ढाक में एकदिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन…..
@हिंवाली न्यूज़ ब्यूरो (19 नवंबर 2024)
जोशीमठ। हिमवाल सोसाइटी देहरादून और यूकॉस्ट देहरादून की ओर से छात्रों और महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य को लेकर “पानी और पोषण के माध्यम से स्वास्थ्य संवर्धन” पर राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज ढाक चमोली में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर सबसे पहले संस्था की सचिव डॉ. दीपिका डिमरी ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। जिसमें उन्होंने मिलेट्स (मोटा अनाज) की उपयोगिता को बताया, साथ ही हिमवाल सोसाइटी के “भोजन विकास कार्यक्रम” के बारे में जानकारी दी।
इसमें बोलते हुए नंद किशोर हटवाल, अध्यक्ष (हिमवाल सोसाइटी) ने बताया की उत्तराखण्ड में ग्रामीण महिलायें अपने काम के साथ इस कदर जुड़ी रहती हैं की वे अपने सही ख़ान पान पर ध्यान नहीं देती देतीहैं। खासकर मोटे अनाजों को विभिन्न तरीकों से बना ने के प्रति उत्सुक नहीं रहती हैं। इसमें सुधार किया जाना चाहिए।
विषय विशेषज्ञ के तौर पर बोलते हुए भी श्री लक्ष्मण सिंह नेगी, सचिव, जनदेश ने कहा की जलवायु परिवर्तन की कारण फसलें समय पर नहीं हो पारी हैं, लेकिन मिलेट्स की यह विशेषता है कि इसे प्रतिकूल जलवायु प्रभावित नहीं कर पाती। इसलिए हमें अधिक से अधिक मोटे अनाजों के उत्पादन पर ज़ोर देना चाहिये और स्वयं भी इनको अलग अलग तरीकों से उपयोग करने का प्रयास करें।
राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्रधानाचार्य जी ने भी अधिक से अधिक मोटा अनाज को उगाने की अपील की।
इस पर कुण्डीखोला की लक्ष्मी फर्शवान ने प्रश्न उठाते हुए कहा की पहले जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा करने के कार्य किए जायें। इस पर लक्ष्मण सिंह का सुझाव था की जंगली जानवरों की समस्या के बारे में पोस्ट कार्ड लिख कर उच्च न्यायालय को भेजें और जनप्रतिनिधियों को इसके समाधान के लिए मजबूर करें।
कार्यशाला में भालचंद्र चमोला, हरीश सिंह, रामेश्वर प्रसाद थपलियाल, ममता रावत एवं प्रीति थपलियाल ने भी अपने विचार रखें।
कार्यशाला का संचालन श्रेया सेमवाल, (यंग प्रोफेशनल), और शालिनी सिंह छेत्री (कॉर्डिनेटर), हिमवाल सोसाइटी ने किया।
इस आयोजन में मोहन प्रसाद डिमरी, रवि थपलियाल, महिला मंगल दल की महिलायें, आईटीआई कॉलेज (ढाक), पॉलीटेक्निक कॉलेज (ढाक) के छात्र और छात्रायें तथा स्टाफ उपस्थित थे।